मैंने अपने पैसे संभलना कैसे शुरु किया? (Personal Financial Management), आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने के पड़ाव


हेलो दोस्तों  (Hello Dosto)
अगर आप  सोच रहे हैं क्यों इस ब्लॉग पर कोई विशेषज्ञआपको अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर करने के लिए बहुत सारी युक्तियां देगा तो मैं माफी चाहता हूं मैं कोई विशेषज्ञ नहीं हूं मैं आपकी तरह एक आम आदमी हूं और कुछ वक्त पहले तक मैं खुद भी एक बड़े कर्ज में था पर धीरे-धीरे अब मैं उस समस्या से बाहर निकल चुका हूं, और इस ब्लॉग के जरिए अपनी सीख और अनुभव आपके साथ शेयर करूंगा ।
पैसा ऐसा विषय है हमारे समाज में जिसके बारे में बात करने वाले को या तो लोग घमंडी समझते हैं या जरूरतमंद समझते हैंयहां तक कि हमें अपने खुद के परिवार में भी इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिलती जिसकी वजह से ज्यादातर लोगों को अपने पैसे को अच्छे से संभलना ( personal financial management) नहीं आता जिसकी वजह से बहुत से लोग अपनी पूरी जिंदगी आर्थिक समस्या (Financial problems) में फसें रह जाते हैं । संक्षिप्त में कहूं तो जानकारी की कमी की वजह से बहुत से लोग वित्तीय समस्या (Financial problems) यानी कर्ज में डूब जाते हैं ।
मेरा मुख्य उद्देश्य है कि मैं आम लोगों को मुश्किल तकनीकी शब्दों को भी आम आदमी की भाषा में ही समझा कर अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर को अच्छे से संभालने और बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारियां दे सकूं जो मैंने अपने अनुभव से सीखी हैं ताकि आम लोगों का यह मुश्किल काम थोड़ा आसान हो सके । 
मेरे अनुभव के अनुसार हम जैसे सामान्य लोगों के समझने के लिए जिनके पास पहले से इस विषय की पहले से कोई ठोस जानकारी नहीं होती है। अपने पैसे सँभालने ( personal financial management) के मुख्य चरण हैं  : -
  1. वित्तीय साक्षरता (Financial literacy)
  2. व्यक्तिगत वित्तीय नियोजन (Personal financial planning)
  3. और अच्छी वित्तीय आदतें (and good financial habits
1 . वित्तीय साक्षरता (Financial literacy)
इस पहले पडाव पे हमे अपने फाइनेंस के बारे में और उस से संबंधित शब्दों के बारे में बुनियादी जानकारी जमा करनी चाहिए उदाहरण के तौर पर नकदी प्रवाह (cashflow) क्या होता है, आपातकालीन निधि(Emergency fund ) किसे कहते हैं, संपत्ति (asset) किसे कहते हैं, देनदारी (Liability) क्या होती है। इन जानकारियों की सहायता से हमें अपनी वर्तमान आर्थिक स्थिति का स्पष्ट अंदाजा लगता है और हम यह पता लगा पाते हैं कि वर्तमान में हमारी वह कौन सी आर्थिक गतिविधियां है जो कि हमारी आर्थिक समस्या का मूल कारण है ।

2 . व्यक्तिगत वित्तीय नियोजन (Personal financial planning)
इस पड़ाव में आपने जो आर्थिक ज्ञान पहले पड़ाव में हासिल किया है उसके इस्तेमाल से अपने आर्थिक लक्ष्यों को निर्धारित करके एक आर्थिक योजना बनाते हैं जो कि भविष्य में आपकी सारी आर्थिक गतिविधियों के लिए मार्गदर्शन करती है, ताकि आपकी सारी गतिविधियां आपके आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में ही कार्य करें

3 . अच्छी वित्तीय आदतें (Good financial habits)
इस पड़ाव में मूल रूप से आपके पैसों से जुड़ी कुछ अच्छी आदतें हैं जो कि आपअपनी आर्थिक योजना के अनुसार कार्य करते हुए बनाते हैं । उदाहरण के तौर पर प्रतिमाह अपनी आय का कितने प्रतिशत बचत करते हैं, अपना निवेश आप कहां और किस अनुपात में करते हैं और आपके और आपके खर्चों को आप किस प्रकार नियंत्रित करते हैं ।

पहले पड़ाव को समझाने के लिए बनाई जाने वाली वीडियो/ ब्लॉग श्रृंखला: -
1) बचत कैसे करें
2) आपातकालीन फंड
3) नकदी प्रवाह
4) अपने निवल मूल्य की गणना कैसे करें
5) संपत्तियों और देनदारियों की अवधारणा
6) वित्तीय लक्ष्यों का अर्थ क्या है
7) कैसे तय करें कि मुझे अपनी बचत कहां रखनी है।

इन सब जानकारियों के लिए जुड़े रहें मैं जल्द ही यह सारी जानकारियां भी अपलोड करूंगा ।

Deal With It

Author & Editor

I have witnessed the drastic change in my financial situation since the day I have decided look closely at my personal finance.

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